100+ Matlabi Rishte Shayari In Hindi (2024): मतलबी रिश्ते शायरी

राम राम सभी भाइयों को, एक बार फिर से आप सभी का Matlabi Rishte Shayari में स्वागत है।

हर इंसान की जिंदगी रिश्तों से चलती है और रिश्ते इंसान की जिंदगी का सबसे अहम हिस्सा हैं। अच्छे रिश्ते ज़िन्दगी भर साथ देते है तो कुछ रिश्ते स्वार्थ और लालच पर टिके होते हैं, इस तरह के रिश्ते और रिस्तेदारो को ‘मतलबी रिश्ते’ कहा जाता है। मतलबी रिश्ते वे होते है जिसमे लोग अपना काम निकालते है, काम हो जाने के बाद छोड़ देते है। इस तरह के रिश्ते भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते है, जो चोट पहुंचाते है। दोस्तों इस लेख में हम Matlabi Rishte Shayari In Hindi के बारे में बात करने वाले है और आपके लिए हम रिश्ते से मिले धोखे की शायरी ले कर आये है।

रिश्तों में धोखे की शायरी :- Matlabi Rishte Shayari In Hindi

बहुत तेज हो गए है लोग,
रिश्ते वही तक रखते है,
जहां तक मतलब होता है।

अगर आप किसी की इज़्ज़त नहीं करना चाहते तो मत कीजिये,
पर 4 लोगों के सामने किसी की बेइज्जती तो मत कीजिए।

पेट में गया ज़हर सिर्फ एक इंसान को मारता है,
और कान में गया ज़हर सेकड़ो लोगो को मारता है।

कौन देता है उम्र भर का सहारा,
लोग तो जनाज़े में भी कंधे बदलते रहते है।

मेरी सबसे बड़ी कमजोरी ये है की,
मैं हर किसी को अपना मान लेता हूँ।

बात सह गए तो रिश्ते रह गए,
बात कह गए तो रिश्ते ढह गए।

वक्त आपको बता देता है की, लोग क्या थे,
और आप क्या समझते थे।

चालाकियाँ करनी नहीं आती तो क्या,
समझ में तो आती है।

कुछ मतलबी लोग ना आते तो,
ज़िन्दगी उतनी बुरी भी नहीं थी।

ऊपर से देखने पर तो सभी लोग अच्छे लगते है,
लेकिन उनके अंदर का पता, साथ में रहकर पता लगता है।

मतलबी लोग, सामने तारीफ और,
पीठ पीछे बुराई करते है।

जिसने भी चाहा,
साला मतलब का ही चाहा।

बेवजह नहीं पड़ती है, रिश्तो में दरार,
कोई अपना ही ज़हर घोलता है, अपनों में।

रिश्तों की इस भीड़ में मैं अकेला रह गया,
जो अपना था, वही पराया बन गया।

जिन्हें हमने दिल से अपना माना,
वो भी अपने मतलब से ही हमसे मिले।

वो जो कभी दोस्त थे, अब बस नाम के रह गए,
दिल में उनकी जगह, सिर्फ मतलब के रह गए।

रिश्ते मतलबी हो जाएं तो दर्द बढ़ता है,
जब दिल टूटा हो, तब शायरी का ज़हन रहता है।

जिसे अपना समझा था, वो भी धोखा दे गया,
मतलबी दुनिया में सिर्फ स्वार्थ ही रह गया।

दिल से निभाया हर रिश्ता हमने,
पर वो सब मतलब के तले दबा हुआ निकला।

कहने को तो हमसे जुड़े थे बहुत सारे,
पर वक्त आने पर सबने नजरें फेर लीं।

मतलबी रिश्तों में धोखे का अनुभव

धोखा एक अलग तरह का अनुभव होता है जो किसी भी रिश्ते को तोड़ने के लिए काफी है। जब कोई आपका फायदा उठाता है और काम खत्म होने के बाद छोड़ देता है, तब आपको मतलबी या धोखे का अनुभव होता है।

1. मतलबी रिश्तों की पहचान कैसे करें?

  • जब कोई व्यक्ति सिर्फ अपने काम के वक्त आपके पास आता है, आपसे अपना मतलब निकालता है और फिर चला जाता है। 
  • अपने स्वार्थ से मतलब रखना और सामने वाले की भावनाओं की कद्र नहीं करना।

2. धोखे के बाद रिश्ते पर क्या असर पड़ता है?

अगर किसी इंसान को एक से अधिक बार धोके पे धोखा मिलने लगे तो वो इंसान फिर किसी दूसरे पर कभी भी भरोसा नहीं करता है। चाहे सामने वाला कितना भी अच्छा इंसान क्यों ना हो पर वो इंसान एक बार मदद करने से पहले, जरूर हिचकेगा।

मतलबी रिश्तों से निपटने के उपाय

आप ये ना सोचे की आपके साथ ऐसा क्यों हुवा है, बल्कि आपको ख़ुशी होनी चाहिए की, आपके सामने लोगो के असली चेहरे सामने आगये है और अब आपको इनसे निपटने के बारे में सोचना चाहिये।

1. खुद को मानसिक रूप से मजबूत कैसे बनाएं?

एक बार दिल टूटने के बाद इंसान का लोगो से भरोसा टूट जाता है जिस करने उसका आत्मविश्वास तो टूटता ही है बल्कि वो और लोगो के ऊपर भरोसा करने के बारे में सोचना तक भी भूल जाता है। ऐसी स्तिथि में उस इंसान को मानसिक रूप से अपने आपको मजबूत करने की जरुरत है और आपको ये समझना पड़ेगा की, धोखा देने वाले धोखा देते रहेंगे पर आपको एक अच्छा इंसान बनाने की जरुरत है और लोगो की मदद बिना स्वार्थ के करते रहे।

2. मतलबी लोगों से कैसे दूर रहें?

जिन जिन लोगों ने आपका फायदा उठाया है उन लोगो से दूर रहे और अगर ऐसे लोग आपके सामने आते भी है तो उनसे दुरी बनाये रखे। अगर दुरी नहीं बना सकते है तो कोई न कोई बहाना लगाए और वह से 9 -2 -11 हो जाए। आपकी जिंदगी में ऐसे लोगो की कोई जगह नहीं जो मतलब से आते है और काम के बाद चले जाते है।

दोस्ती में मतलबीपन – असली और नकली दोस्तों की पहचान

1. दोस्ती में मतलबी रिश्ते कैसे बनते हैं?

सबसे ज्यादा मतलबीपन दोस्ती यारी में ही होता है, आज कल के युवा 4 दिन की दोस्ती को असली दोस्ती समझ लेते है, जो की गलत बात है आप 4 दिन में किसी के चरित्र का पता नहीं कर सकते, इसी करके ज्यादातर लोग दोस्ती का गलत फायदा उठाते हैं। असली दोस्त वही होता है जो आपके सुख-दुख में साथ हो, आपके साथ गलत ना होने दे और आपकी हर स्तिथि में आपके साथ खड़ा हो।

2. असली और नकली दोस्त में अंतर कैसे करें?

  • असली दोस्त वो होता है जो, बिना मतलब के आपके साथ खड़ा है।
  • नकली दोस्त सिर्फ अपने फायदे के लिए आता है और चला जाता है।

FAQs: मतलबी रिश्तों पर सामान्य प्रश्न

मतलबी रिश्ते क्या होते हैं?

मतलबी रिश्ते वे होते हैं जो लोग सिर्फ अपने फायदे के लिए रिश्ते बनाते हैं और काम होने के बाद चले जाते है।

मतलबी रिश्तों की पहचान कैसे करें?

जब सामने वाला इंसान अपना काम आपसे निकलवा ले और आपकी बारी में आपका साथ ना दे तो ये मतलबी रिश्ते की पहचान है।

मतलबी रिश्तों से कैसे निपटें?

ऐसे रिश्तो से दूर रहे और अगर आप उनको सबक सीखना चाहते है तो किसी न किसी बहाने से आप उससे अपना काम निकलवाए और बाद में आप उसे धोखा दे दे और उसे महसूस करवाए की उसने भी आपके साथ ऐसा किया था।

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