राम राम सभी भाईयों को, आप सभी का स्वागत है Rahat Indori Shayari के लेख पे।
भारत में जन्मे राहत इंदौरी जी का जन्म 1 जनवरी, 1950 को इंदौर में हुआ था। इन्दोरी जी, साधारण परिवार में पले बड़े और पीएच.डी में शिक्षा हासिल की। राहत इंदौरी को छोटी उम्र से ही शायरी में गहरी दिलचस्पी थी।
Rahat Indori उर्दू और हिंदी शायरी का वो हीरा है, जो अपनी प्रभावशाली और दिल को छू लेने वाली शायरी के लिए जाने जाते थे। उनकी सादगी और आम लोगों के लिए लिखी गयी उनकी शायरी ने उन्हें न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में एक बड़ा नाम किया। Rahat Indori Shayari In Hindi के कुछ पंक्तियाँ हम आपसे शेयर कर रहे है।
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Rahat Indori Shayari In Hindi – दिल से उतरी अनमोल बातें
ऊंचे ऊंचे दरबारों से क्या लेना,
नंगे भूखे बेचारो से क्या लेना,
अपना मालिक ऊपर वाला है,
आते जाते लोगों से क्या लेना।
दर्द, दुआ, ख्वाब, दवा, जहर जाम क्या क्या है,
मैं आ रहा हु, बता इंतजाम क्या क्या है।
जुबान तो खोल, नज़र तो मिला, जवाब तो दे,
मैं कितनी बार लुटा हूँ, हिसाब तो दे,
तेरी बदन की लिखावट में, है उतार चढ़ाव,
मैं तुझे कैसे पढूंगा, मुझे किताब तो दे।
बुलाती है मगर जाने का नहीं,
ये दुनिया है, इधर जाने का नहीं,
मेरे बेटे इश्क़ कर मगर,
हद से गुजर जाने का नहीं।
माचिस की जरुरत यहाँ नहीं पड़ती,
यहाँ आदमी आदमी से जलता है।
अगर खिलाफ है होने दो, जान थोड़ी है,
ये सब धुवा है, कोई आसमान थोड़ी है।
आंखों में पानी रखो, होंठो पे चिंगारी रखो,
जिन्दा रखना है तो तकलीफे बहुत साड़ी रखो,
राह के पत्थर से बढ़ कर, कुछ नहीं है मंजीले,
रास्ते आवाज देती है, सफर जारी रखो।
जाने मुझको क्या सूजी है, शब्दों की अंगनाई में,
मीर की गज़ले ढून्ढ रहा हूँ, तुलसी की चोपाई में।
मैं आखिर कौन सा मौसम तुम्हारे नाम कर देता,
यहाँ हर एक मौसम को गुज़र जाने की जल्दी थी।
जो दौर है दुनिया का उसी दौर से बोलो,
बहरों का इलाका है जरा जोर से बोलो।
अकेला खुश हूँ मैं परेशान मत कर,
इश्क़ है तो इश्क़ कर, एहसान मत कर।
घर के बाहर ढूंढ़ता रहा दुनिया,
घर के अंदर दुनिया दारी मिली।
अब तो ना हूँ मैं और ना ज़माने मेरे,
फिर भी मशहूर है शहरों में फ़साने मेरे।
जो ज़ाहिर करना पड़े, वह दर्द कैसा,
और जो दरद न समझ सका, वो हमसफ़र कैसा।
मर्द ने हर बार मोहब्बत की आजमाइश मैं,
अभी काबिलियत के नज़ाने दिए है।
कविता में प्रवेश
राहत इंदौरी को शायरी का शोक वैसे तो बचपन से ही था पर उनकी शायरी यात्रा उनके कॉलेज के दिनों के दौरान शुरू हुई थी। उस वक्त वो मुशायरों में भाग लिया करते थे। Rahat Indori की दमदार आवाज और आम लोगों के जिंदगी से जुड़ी कविता ने उन्हें जल्द ही उर्दू शायरी की दुनिया में बड़ा नाम दिया।
राहत इंदौरी की शायरी के लोकप्रिय प्रसंग
राहत इंदौरी की शायरी के प्रसंग :- प्यार, धोखा, घर बार और सामाजिक मुद्दों पर होते है। इनकी खासियत ये थी की, वे अपने प्रसंग को गीतात्मक तरीके से प्रस्तुत करते थे। माना जाता था की, जब उनका कोई प्रोग्राम होता था तब, वह पर शायराना माहौल खुद ब खुद बन जाता था।
सोशल मीडिया पर राहत इंदौरी की लोकप्रियता
पुराना दौर अलग था, उस वक्त आपकी जुबानी लोकप्रियता के दम पर ही आपकी सफलता होती थी। पर आज के डिजिटल युग में लोकप्रियता हासिल करना बहुत आसान हो गया है, वैसे ही राहत इंदौरी की शायरी को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नया रूप मिल गया है। उनकी शायरी को, बड़े चाह के साथ साझा किया जाता है और सराहा जाता है।
निष्कर्ष
राहत इंदौरी की शायरी सिर्फ एक शायरी नहीं है बल्कि लोगों के घावों को भरने की दवा है। यह एक ऐसी भावना है जो हर लोगों के दिल और दिमाग को छू जाती है। हमें उम्मीद है की, हमारे लेख के द्वारा दी गयी Rahat Indori Shayari In Hindi की जानकारी आपके काम आयी होगी।
(FAQ) पूछे जाने वाले प्रश्न
राहत इंदौरी की शायरी को क्या खास बनाता है?
राहत इंदौरी की शायरी की सादगी और बहुत मुश्किल तरीके की शायरी को आसान शब्दों में समझाने के लहजे का तरीका ही राहत इंदौरी को औरो शायरों से अलग बनती है।
राहत इंदौरी की कुछ सबसे प्रसिद्ध रचनाएं क्या है?
राहत इंदौरी की कुछ सबसे प्रसिद्ध कृतियों में “चाँद पागल है,” “मौजूद,” और “नराज़” शामिल हैं।
राहत इंदौरी को उनकी शायरी के लिए कौन से पुरस्कार मिले हैं?
राहत इंदौरी को उनके योगदान के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है।